श्रीडूंगरगढ़ लाइव…20 अप्रेल 2023।प्रिय पाठकों,
श्रीडूंगरगढ़ जनपद की कतिपय दिलचस्प ऐतिहासिक जानकारियां श्रीडूंगरगढ़ के साहित्यकार, पत्रकार एवं इतिहासविद डाॅ चेतन स्वामी हमारे साथ नियमित साझा कर रहे है।
सरदारशहर की स्थापना
सरदारशहर बसाने की भूमिका तो संवत 1893 में ही बन गई थी,किन्तु संवत 1895 की जेठ बदी 2 को नया नगर सरदारगढ बसाने का आदेश बीकानेर के महाराजा श्री रतनसिंहजी ने प्रदान किया,परन्तु संवत 1895 जेठ सुदी अष्टमी वार थावर (शनिवार) को गांव “राजदेसर पटावरियां रो” के मध्य ऊंचे धोरे पर थोड़े से पूजन के बाद नगर की स्थापना करदी गई। यह तिथि सरदारशहर की स्थापना तिथि है। सरदारशहर के कृतज्ञ जनों को प्रतिवर्ष जेठ सुदी अष्टमी को इसका स्थापना दिवस मनाना चाहिए। सन 2023 में इसका 185 वां स्थापना दिवस 28 मई को पड़ता है।
प्रारंभ में सरदारशहर का नाम सरदारशहर गढ रखा गया। पर जब बीकानेर राज्य को अपनी गलती का अहसास हुआ तो इसका नाम सरदारशहर कर दिया गया। वस्तुतः सरदारगढ नाम से एक अन्य शहर महाराजा रतनसिंहजी बसा चुके थे। सरदारशहर बसाने का आदेश दिए जाने और बसाने की प्रक्रिया में बीस दिन लग गए। इन बीस दिनों में बीकानेर के महामंत्री महाराव हिन्दूमल एवम शाह हुकमचंद की ओर से अनेक आदेश प्रसारित किए गए।










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