श्रीडूंगरगढ़ लाइव…25 मई 2023।प्रिय पाठकों,
श्रीडूंगरगढ़ जनपद की कतिपय दिलचस्प ऐतिहासिक जानकारियां श्रीडूंगरगढ़ के साहित्यकार, पत्रकार एवं इतिहासविद डाॅ चेतन स्वामी हमारे साथ नियमित साझा कर रहे है।
कभी बड़ा चर्चित रहा–श्रीडूंगरगढ़ का अकूरड़ा धोरा
शिवजी सिखवाल के खेत यानि सिखवाल वाटिका के उत्तरी कोने के ऊंचे टीले का नाम *अकूरड़ा धोरा* है। बीस वर्ष पहले शिवजी मुझे दिखाने के लिए ले गए। वे इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना चाहते थे। कई दिनों से सक्रिय थे।
पुराने जमाने से श्रीडूंगरगढ़ के इस अकूरड़ा धोरे के सम्बन्ध में किवदंती चलती रही है कि अज्ञातवास के काल में पांडवों की माता कुंती इस पर कचरा डालती थी। इसलिए इसका नाम अकूरड़ा धोरा पड़ गया। इसके साथ ही यह कथा भी प्रचलित है कि बलशाली भीम के पांच गड्डे ( पत्थर के चिकने गोल टुकड़े) भी वर्तमान इंडस्ट्रियल एरिया में परमा जोहड़ी के पास पड़े रहते थे। ये गड्डे इतने बड़े थे कि चार व्यक्ति मिलकर भी इन्हें हिला नहीं सकता था। किवंदंतियों को लोग सच की तरह मानते रहे हैं –भले ही वे झूठी हो। लोग तो यह भी कहते रहे हैं कि पांडवों की माता कुंती दो किलोमीटर दूर से वह कचरा उछालती, जो अकूरड़ा धोरा पर जाकर गिरता। बातों का क्या-बातें तो और बहुत है।










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