
श्रीडूंगरगढ़ लाइव…2 अप्रेल 2023।भारतीय संस्कृति में साधनों की नहीं तप त्याग और साधना की पूजा होती हैं जिनका संपूर्ण जीवन देश समाज राष्ट्र को समर्पित रहा ऐसे दिव्य अनेकानेक महापुरुषों ने भरत की भारत भूमि में जन्म लेकर लोगो के जीवन नव चेतना का संचार किया है। नर से नारायण, कंकर से शंकर, पाषाण से परमात्मा, तीतर से तीर्थकर बनने का रास्ता दिखाया। विश्व शांति के अग्रदूत वर्तमान शासन नायक जन जन के आधार सत्य अहिसा जियो और जीने दो अमर संदेश के प्रणेता भगवान महावीर स्वामी की चेत्र शुक्ल तेरस को 2622 वी जन्म जयंती दिनांक 3 अप्रैल 2023 को संपूर्ण विश्व में हर्षोल्लास के मंगलमय वातावरण में मनाई जाएगी।जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान महावीर का जीवन उनके जन्म के ढाई हजार साल भी उनके लाखों अनुयायियों के साथ ही पूरी दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ा रहा है। पंचशील सिद्धान्त के प्रर्वतक और जैन धर्म के चौबिसवें तीर्थंकर महावीर स्वामी अहिंसा के प्रमुख ध्वजवाहकों में से एक है। जैन ग्रंथों के अनुसार, 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ जी के मोक्ष प्राप्ति के बाद 298 वर्ष बाद महावीर स्वामी का जन्म ऐसे युग में हुआ, जहां पशुबलि, हिंसा और जाति-पाति के भेदभाव का अंधविश्वास था।
तेरापंथ समाज श्रीडूंगरगढ़ भगवान महावीर स्वामी का 2622वां जन्म कल्याणक महोत्सव 3 अप्रेल को बड़ी धूमधाम से मनायेगा।समाज द्वारा अपने गणवेश में सुबह 8 बजे मालू भवन सेवा केंद्र से भगवान महावीर के जयघोष के साथ प्रभात फेरी निकाली जायेगी। प्रभात फेरी कस्बे के मुख्य मार्गो रानी बाजार- मुख्य बाजार – सभा भवन-पुगलिया मार्ग होते हुए पुन: मालू भवन-सेवा केन्द्र पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित होगी।जैन समाज की श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा,तेरापंथ महिला मंडल,तेरापंथ युवक परिषद सहित सभी संस्थाये महोत्सव को भव्य बनाने में क्रियाशील है।










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