
श्रीडूंगरगढ़ के गांव गुसाईसर बड़ा में आज महानायक चंद्रशेखर आजाद की जन्म जयंती के अवसर पर उनकी फोटो के सामने करणी क्लब भगवाफोर्स गुसाईंसर बड़ा के कार्यकर्ताओ द्वारा भगवान परशुराम चौक पर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक चंद्रशेखर आजाद की जन्म जयंती पर पुष्प अर्पित कर भावभिनी श्रदांजलि अर्पित की गई। इस दौरान क्लब के सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे

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हरीश सारस्वत ने अपने सम्बोधन में बताया कि आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को हुआ था।आजाद 14 वर्ष की उम्र में बनारस पढ़ने गए थे।1920-21 में आजाद असहयोग आंदोलन से जुड़े जंहा पर जज द्वारा पूछने पर उन्होंने अपना नाम “आजाद”,पिता का नाम स्वतंत्रता, और जेल को अपना निवास स्थान बताया। आजाद ने संकल्प लिया था कि सरकार उन्हें जीवित कभी नही पकड़ पाएगी।अंत मे उन्होंने स्वयं को गोली मारकर मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।सारस्वत बताया कि हमें भी आजाद के जीवन से प्रेरणा लेकर हमेशा देश हित के लिए तत्पर रहना चाहिए। इस दौरान दामोदर सारस्वत, कालू शर्मा ,रवि,रोहित,प्रेम,सुमित,बंशीधर आदि सदस्य मौजूद रहे।











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