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क्षेत्र की बड़ी खबर। बेटे को तालाब में फेंका, बचने लगा तो धक्का दिया। बेटे को डूबाने की कोशिश में खुद डूबा।

श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्यूज़ 3 फरवरी 2024

बीकानेर में एक पिता ने अपने ही बेटे को तालाब में धकेल दिया। बेटा बचता हुआ बाहर आने लगा तो खुद तालाब में उतरकर उसे गहराई में डाल दिया। फिर खुद भी बाहर नहीं निकल पाया। दोनों की मौत हो गई। पिता का शव तो शकवार शाम मिल गया लेकिन बेटे पिता का शव तो शुक्रवार शाम मिल गया, लेकिन बेटे का शव अब तक नहीं मिल पाया है। पूरी घटना एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। शनिवार सुबह से बच्चे को ढूंढ़ने का प्रयास फिर से शुरू हो गया है।

शुक्रवार रात को पिता का शव तैरता हुआ बाहर आया तो पता चला कि किसी ने सुसाइड कर लिया है। इसके बाद आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो ये भी पता चला कि उस शख्स ने एक लड़के को पहले ऊपर से धक्का दिया और बाद में उसे गहराई में डालने के लिए खुद तालाब में उतर गया। मृतक और उसका बेटा बीकानेर शहर के मोहता चौक में रहने वाले हैं।मृतक का नाम जितेंद्र ओझा है, जबकि उसके बेटे का नाम जयंत है। जितेंद्र का शव देर रात बाहर निकाल लिया गया, लेकिन जयंत का शव अब तक नहीं मिला है। शनिवार सुबह भी जयंत की तलाश चलती रही।फिलहाल एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंच गई है।पुलिस भी मौके पर है।

स्कूल बैग से पता चला

जयंत बीकानेर के मुरलीधर व्यास नगर में स्थित एक स्कूल में पढ़ता है। उसका बैग तालाब के पास मिला। इस पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। शाम को पुलिस ने इस स्कूल संचालक को फोन किया कि उनके स्टूडेंट का बैग तालाब के पास मिला है। इस पर परिजनों को सूचना दी गई। वे कोलायत पहुंचे तो बैग जयंत का ही मिला। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

सेल्समैन का काम करता था पिता

जितेंद्र ओझा यहां मोहता चौक में अपने पुश्तैनी मकान में रहता था। वो सेल्समैन का काम करता था। छोटी-छोटी दुकानों पर पहुंचकर सामान बेचकर अपना घर चलाता था। सुसाइड और हत्या का ये मामला आर्थिक तंगी के चलते हो सकता है।

पत्नी को कहा, आ रहा हूं

जितेंद्र की पत्नी ने ही उसे अंतिम कॉल किया था। जब उसने कॉल किया तो बेटे की आवाज आ रही थी कि उसे बस में लेकर कहां जा रहे हैं? इस पर पिता ने कहा हम पंद्रह-बीस मिनट में आ रहे हैं। इतना कहने के बाद फोन स्वीच ऑफ कर दिया। देर रात तक उनका पता नहीं चला। सीधा स्कूल संचालक का ही फोन आया कि जयंत का बैग वहां मिला है। मौत का कारण स्पष्ट नहीं हैं

 

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