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कब मनाया जाता है विश्व शेर दिवस, विस्तार से जाने इस दिन को मनाने के पीछे का इतिहास व उद्देश्य

श्रीडूंगरगढ़ लाइव 10 अगस्त 2023। जंगल का राजा माने जाने वाले शेर को बेशक ही किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। मगर आवश्यकता है तो लगातार गिरती शेरों की संख्या को नियंत्रित करने की, इसी उद्देश्य को साकार करने के लिए हर साल अगस्त माह में विश्व शेर दिवस मनाया जाता है। यहां देखें विश्व शेर दिवस की तारिख और  इतिहास क्या है…?

पूरे जंगल में अपना दबदबा बनाएं रखने वाले शेर को बेशक ही किसी परिचय की जरूरत नहीं है और न ही जरूरत है दुनिया भर में लगातार घटती शेरों की संख्या से किसी और को परिचित करवाने की.. तेजी से नष्ट होते जंगल, ग्लोबल वॉर्मिंग, शिकार की कमी आदि वजह कोई भी हो इसका सीधा संबंध शेरों की मृत्यु से है। और इन्हीं जानों को लंबे समय तक के लिए सुरक्षित रखने के लिए हर साल वैश्विक संगठनों द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जाता है। जिसका उद्देश्य इंसानी विकास के साथ साथ इन प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाना भी है।

कब मनाया जाता है विश्व शेर दिवस…?

साल 2013 में बिग कैट रेस्क्यू द्वारा लॉन्च विश्व शेर दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ था। संस्थान द्वारा इस दिन को सेलिब्रेट करने का एक ही उद्देश्य साझा किया गया था, जो कि शेरों की लगातार घटती संख्या को काबू करना है। उसी उद्देश्य को पूरा करने के मकसद से हर साल 10 अगस्त की तारीख को विश्व शेर दिवस के रूप में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस दिन के बारे में जानकारी प्राप्त हो और शेरो की लगातार घटती संख्या को सही ढंग से नियंत्रित किया जा सके।

इतिहास

साल 2013 में वैश्विक स्तर पर लॉन्च किए गए शेर दिवस की असल नींव, साल 2009 में विदेशी डेरेक और उनकी पत्नी बीवरली द्वारा नेशनल जियोग्राफिक के साथ पार्टनरशिप में रखी गई थी। और दोनों संगठनों द्वारा निरंतर प्रयास किए जाने के बाद ही इस दिन को बड़े पैमाने पर मनाया जाने लगा था। विश्व शेर दिवस को मनाने के पीछे का असल मकसद इनकी कम हो संख्या को रोकना तो है ही, साथ ही साथ इस दिन क मकसद इन खूंखार लेकिन खूबसूरत प्रजातियों के होने का जश्न मनाना भी है।

विश्व शेर दिवस पर क्या होता है….?

हर साल 10 अगस्त को मनाए जाने वाले विश्व शेर दिवस के दिन अलग अलग प्लैटफॉर्म्स पर कार्यक्रम चलाए जाते हैं। जनता को शेर, जंगल और जंगली जीवन के महत्व और संठगन के उद्देश्य से अवगत कटवाया जाता है। सोशल मीडिया पर पोस्ट, वीडियो, रील, हैशटैग्स के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक विश्व भर के संगठन अपनी बातें पहुंचाते हैं और लोगों से शेर बचाव अभियान में साथ व सहयोग देने की अपील करते हैं

 

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