श्रीडूंगरगढ़ लाइव 10 जुलाई 2023। राजस्थान में विधानसभा चुनाव साल के अंत में होने है। गहलोत- पायलट के बीच सुलह हो गई है। बीजेपी के सामने भी एक बड़ी चुनौती है क्योंकि राजस्थान में वसुंधरा राजे से बड़ा कोई चेहरा बीजेपी के पास नहीं है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव साल के अंत में होने है। गहलोत- पायलट के बीच सुलह हो गई है। बीजेपी के सामने भी एक बड़ी चुनौती है क्योंकि राजस्थान में वसुंधरा राजे से बड़ा कोई चेहरा बीजेपी के पास नहीं है। राजस्थान चुनाव में वसुंधरा राजे लगायेगी बीजेपी का बेड़ा पार ? लेकिन राजे गुट के सामने शेखावत गुट को साधना बड़ी चुनौती है। बीजेपी आलाकमान का वसुंधरा राजे के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर है। राजनीतिक विश्लेषकों का तर्क है कि हाल ही में हुई अमित शाह की रैली से ऐसे संकेत मिले हैं। लेकिन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फिर कहा है कि विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। जबकि वसुंधरा राजे कैंप के नेता पूर्व सीएम राजे को ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग करते रहे हैं। बता दें केंद्रीय मंत्री शेखावत का सीएम फेस को लेकर बयान अमित शाह की उदयपुर में रैली के बाद और पीएम मोदी की बीकानेर रैली से ठीक पहले आया है। सियासी जानकार शेखावत के बयान के अलग-अलग सियासी मायने निकाल रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का तर्क है कि शेखावत बार-बार पीएम मोदी के चेहरे का हवाला देकर वसुंधरा राजे को निशाने पर ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की राजनीति में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल और सतीश पूनिया वसुंधरा राजे के धुर विरोधी माने जाते हैं। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने फिर कहा है की विधानसभा चुनाव मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। शेखावत ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री का नाम तय करने का काम संसदीय बोर्ड करेगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पूर्व अध्यक्ष अमित शाह कई बार कह चुके कि राजस्थान में विधानसभा ‘चुनाव में हमारा चेहरा नरेन्द्र मोदी जी होंगे। दुनिया का सबसे लोकप्रिय चेहरा हमारे पास है। उन्होंने कहा कि मैं जिस विचारधारा से आता हूं, उसमें कौन व्यक्ति क्या काम करेगा? यह तय करने का काम संगठन करता है। मेरे मार्गदर्शक जैसा काम देंगे, वहीं पूरी ऊर्जा से काम करूंगा। किसी भी क्षेत्र में काम करें अंततः हमारा काम भारत की माता की जयघोष है, जिसे पूरे श्रद्धा भाव से किया जाएगा।
बीजेपी का राजस्थान पर फोकस क्यों…?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि साल के अंत में राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनाव होने है। बीजेपी का सबसे ज्यादा फोकस राजस्थान पर है। ऐसा कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ मे बीजेपी की हालत ठीक नहीं है। ऐसे में बीजेपी नेताओ का फोकस राजस्थान पर सबसे ज्यादा है। बीजेपी राजस्थान में गहलोत-पायलट की सियासी अदावत का फायदा लेने के लिए बैचेन दिखाई दी है। बता दें, राजस्थान में हर पांच साल बाद सत्ता बदलतने का ट्रेंड रहा है। सीएम गहलोत का दावा है कि उनकी सरकार रिपीट होग। जबकि बीजेपी का कहना है कि रिपीट नहीं डिलीट होगी। संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने सवाई माधोपुर में बीजेपी के पदाधिकारियों की मीटिंग ली है। संकेत साफ है। बीजेपी के लिए राजस्थान अहम है।










राजस्थान में अगर भाजपा वसुन्धरा राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती है तो सता पाने का सपना छोड़ दे और सता चाहिये तो वसुन्धरा राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करे। राजस्थान भाजपा को जिन लोगों ने कबजारखा है उन से तो 10 सीट भी नही आने वाली । राजस्थान का 100% सही रिजल्ट