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जानिए ताड़ासन के फायदे, इसे करने की सही विधि योग गुरु ओम कालवा के साथ

श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्यूज 8 जुलाई 2021 ताड़ासन या माउंटेन पोज योग के बेसिक आसनों में से एक है। ताड़ासन योग का नाम दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है। ‘ताड़’ जिसका मतलब है ‘पर्वत’ और ‘आसन ’का अर्थ है ‘मुद्रा’, यानि की इस आसन का अर्थ है पर्वत की मुद्रा में होना। हालांकि इस आसन का अभ्यास करना आसान और सरल है, परंतु इसके बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं।

हैंडस्टैंड या शीर्षासन जैसे अन्य महत्वपूर्ण स्टैंडिंग पोज़ करने के लिए, आपको सबसे पहले माउंटेन पोज़ को सीखने और इसका अभ्यास करने की ज़रूरत है। यह आमतौर पर योग क्लास में सिखाए जाने वाले पहले शुरुआती आसनों में से एक है। इसके अभ्यास से वास्तव में आपके पूरे शरीर और दिमाग को फायदे मिलते हैं

सीधे खड़े हो जाए और पैरों के बीच कुछ दूरी रखें।
दोनों हाथों अपने शरीर के पास में सीधा रखें।
अब गहरी सांस लेते हुए अपनी दोनों बाजुओं को सिर के ऊपर उठाएं और अपनी उंगलियों को आपस में बांध लें।
हाथों को सीधा रखें और स्ट्रेच करें।
अपनी एड़ी उठाते हुए अपने पैर की उंगलियों पर खड़े हो जाएं।
इस दौरान आपके शरीर में पैरों से लेकर हाथों की उंगलियों तक स्ट्रेच महसूस होना चाहिए।
10 सेकेंड के लिए इस स्थिति में रहें और सांस लेते रहें।
अब सांस छोड़ते हुए अपनी शुरुआती अवस्था में आ जाएं।
इस आसन को 10 बार दोहराएं।

फायदे

कोई भी व्यक्ति जो नियमित रूप से और सही विधि से ताड़ासन का अभ्यास करता है, उसे निम्न फायदे मिल सकते हैं-

1. पीठ की दर्द से राहत
अगर आपको पीठ के दर्द की शिकायत रहती है तो यह आसन आपके लिए बहुत लाभकारी है। इसका सही तरह से अभ्यास करने से पीठ के दर्द की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है। जब आप इस आसन का अभ्यास करते हुए शरीर को ऊपर की ओर लिफ्ट करते हैं तो स्ट्रेचिंग करने से कमर दर्द से आराम मिलता है।

2. पोस्चर में सुधार होता है
अगर आपकी जीवनशैली बेहद सुस्त या गतिहीन है तो यह आसन आपको हर रोज करना चाहिए क्योंकि यह अधिक देर तक बैठे रहने या लेटे रहने से खराब हुए पोस्चर में सुधार करता है। ताड़ासन का अभ्यास आपकी रीढ़ के पोस्चर को सुधारता है। जब आप इस आसन का अभ्यास नियमित रूप से करेगे, तो आप ध्यान देंगे कि पहले से स्थिर रूप से खड़े होने लगे हैं और आपकी मुद्रा में सुधार हुआ है।

3. लंबाई बढ़ाने में मदद
अगर आप जल्दी ही इस आसन का अभ्यास शुरू कर देते हैं तो यह आपको लंबाई बढ़ाने में मदद कर सकता है। अगर आपके लिए अब बहुत देर हो चुकी है, तो आप अपने बच्चों को ताड़ासन का अभ्यास शुरू करने के लिए कह सकते हैं।

4. मानसिक जागरूकता बढ़ती है
योग में केवल मूवमेंट ही नहीं है बल्कि ध्यान भी होता है। यह आसन आपको अपनी चेतना से जुड़ने में मदद करता है और मानसिक जागरूकता बढ़ाता है। इसके अभ्यास से अधिक सतर्क, शांत और रचनाशील महसूस करेंगे। साथ ही यह एकाग्रता में सुधार करने के लिए प्रभावी है।

5. घुटनों के दर्द से राहत
अगर आप घुटने के दर्द से परेशान हैं तो आपको इस आसन का अभ्यास करना चाहिए। लेकिन ध्यान रहे इसके लिए आपको अपने तलवो को जमीन पर रख कर अभ्यास करना है और पैर की अंगुलियों पर खड़े नहीं होना है।

6. संतुलन बनाने में मदद
यह आसन शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है क्योंकि इसमें आपको अपने पैरों की उंगलियों पर खड़े होकर शरीर को बैलेंस करना होता है। इसके अभ्यास से लचीलापन भी बढ़ता है।

सावधानियां

ताड़ासन योग करने से ढेरों लाभ मिलते हैं और इसका अभ्यास किसी भी उम्र के लोग कभी भी कर सकते हैं। हालांकि इसका अभ्यास अधिकतर तौर पर सभी के लिए सुरक्षित होता है लेकिन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के साथ लोगों को इस आसन का अभ्यास करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। जिन लोगों को निम्न रक्तचाप की समस्या है, उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए। हालांकि, यदि आप गर्भवती हैं तो इस योग आसन का अभ्यास किसी ट्रेनर के बताए गए अनुसार ही करें।

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