
श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्यूज।19 मई 2021
जिले के पीबीएम अस्पताल में बुधवार को एक 9 महीने की गर्भवती महिला और उसके गर्भस्थ बच्चे दोनों की मौत हो गई। वह तीन दिन तक पीबीएम अस्पताल में एक आईसीयू बेड के लिए तरसती रह गई। आखिर आईसीयू बेड की कमी ने मां और बच्चे दोनों की जान ले ली। मृतक का नाम सुमन देवी बताया जा रहा है। उसे ऑक्सीजन लेवल कम होने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
दरअसल, चूरू के सिद्धमुख गांव की सुमन देवी को ऑक्सीजन सैचुरेशन 70 रहने के बाद अस्पताल लाया गया था। वह 9 माह की गर्भवती थी। उन्हें बी वार्ड में भर्ती करने के साथ ही कोरोना टेस्ट कराया गया। यह टेस्ट निगेटिव आया। संभव है कि कोरोना होकर निकल गया था। पीछे निमोनिया छोड़ गया। 9 महीने की गर्भवती सुमन देवी को इलाज के नाम पर बी वार्ड में एक बेड मिला, जहां ऑक्सीजन की नली नाक में लगा दी गई। दरअसल, डॉक्टर्स को पता था कि वो बहुत गंभीर हालत में है लेकिन अस्पताल के किसी भी आईसीयू में उन्हें वेंटिलेटर का एक बेड नहीं दिया गया। डॉ. संजय कोचर ने परिजनों को यहां तक बोल दिया कि किसी भी विभाग में आईसीयू खाली हो तो हम इसे वहां ले जाएंगे। उधर, सुमन का ऑक्सीजन लेवल गिरते-गिरते पचास के पास पहुंच गया। इसी बीच किसी विभाग में एक आईसीयू खाली हुआ, परिजन दौड़ते हुए सुमन को शिफ्ट कराने पहुंचे, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुकी थी। गर्भ में बच्चा भी उसके साथ ही दुनिया देखे बगैर दुनिया छोड़ गया।
नहीं हो सकता था प्रसव
सुमन की हालत इतनी नाजुक हो चुकी थी कि उसका प्रसव नहीं कराया जा सका। दरअसल, उसका ऑक्सीजन लेवल बहुत कम था। इस स्तर पर सर्जरी करके बच्चे को निकाल पाना भी संभव नहीं था। डॉक्टर्स ने किसी तरह की रिस्क नहीं लिया, लेकिन इसके बाद भी सुमन को मौत से बचाया ना जा सका










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