Shri Dungargarah Live

Hindi News POrtal

12 फरवरी 2021 आज के पंचांग से जानें तिथि, योग; शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहुकाल

श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्यूज।12 फरवरी 2021।

🌞आज का पंचाग🌞

आज से गुप्त नवरात्रि शुरू, रवियोग व जाने अन्य उपयोगी जानकारी भारद्वाज श्रवण सारस्वत के साथ –

दिनांक :- 12 फरवरी 2021
वार :- शुक्रवार
तिथि :- प्रथम
पक्ष :- शुक्ल
माह :- माघ
नक्षत्र :- धनिष्ठा 14:22 बजे तक तत्पश्चात शतभिषा नक्षत्र शुरू
चन्द्र राशि :- कुम्भ
सूर्य राशि :- मकर 21:11 बजे तक तत्पश्चात कुम्भ राशि में
रितु :- शिशिर
आयन :- उत्तरायण
संवत्सर :- शार्वरी
विक्रम संवत :- 2077 विक्रम संवत
शाका संवत :- 1942 शाका संवत
सूर्योदय :- 07:15 बजे
सूर्यास्त :- 18:21 बजे
दिन काल :- 11 घण्टे 06 मिनट
रात्री काल :- 12 घण्टे 53 मिनट
चंद्रास्त :- 18:58 बजे
चंद्रोदय :- 31:49 बजे

राहू काल :- 11:25 – 12:48 अशुभ
अभिजित :- 12:26 -13:11 शुभ
पंचक :- लागू
दिशाशूल :- पश्चिम दिशा में
समय मानक :- श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राज.

चोघडिया, दिन

चर :- 07:15 – 08:39 शुभ
लाभ :- 08:39 – 10:02 शुभ
अमृत :- 10:02 – 11:25 शुभ
काल :- 11:25 – 12:48 अशुभ
शुभ :- 12:48 – 14:12 शुभ
रोग :- 14:12 – 15:35 अशुभ
उद्वेग :- 15:35 – 16:58 अशुभ
चर :- 16:58 – 18:21 शुभ

चोघडिया, रात

रोग :- 18:21 – 19:58 अशुभ
काल :- 19:58 – 21:35 अशुभ
लाभ :- 21:35 – 23:11 शुभ
उद्वेग :- 23:11 – 24:48* अशुभ
शुभ :- 24:48* – 26:25* शुभ
अमृत :- 26:25* – 28:01* शुभ
चर :- 28:01* – 29:38* शुभ
रोग :- 29:38* – 31:15* अशुभ

💥 विशेष – प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है।

ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥

🌌 दिन (वार) – शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु पर जल चढ़ाकर उन्हें पीले चन्दन अथवा केसर का तिलक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।

शुक्रवार के दिन नियम पूर्वक धन लाभ के लिए लक्ष्मी माँ को अत्यंत प्रिय “श्री सूक्त”, “महालक्ष्मी अष्टकम” एवं समस्त संकटो को दूर करने के लिए “माँ दुर्गा के 32 चमत्कारी नमो का पाठ” अवश्य ही करें ।

शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी को हलवे या खीर का भोग लगाना चाहिए ।

शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह की आराधना करने से जीवन में समस्त सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है बड़ा भवन, विदेश यात्रा के योग बनते है।

✏️ तिथि का स्वामी – प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव जी है।

🪙 नक्षत्र के स्वामी – विशाखा नक्षत्र के देवता इंद्राग्नी (इंद्र और अग्नि) और स्वामी बृहस्पति देव जी है।

⚜️ दिशाशूल – शुक्रवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से दही खाकर जाएँ ।

🖊️ यायीजयद योग- मुकदमा दायर करने या अपनी बात रखने के योग दोपहर 2 बजकर 5 मिनट से कल सुबह सूर्योदय तक

🚕 यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।

👉🏼 आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।

🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-देवी मंदिर में घट स्थापना कर दीपदान करें।_

🌴 वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

⚛️ पर्व व त्यौहार- गुप्त नवरात्रि प्रारंभ/ रवियोग

✍🏼 विशेष – प्रतिपदा को कद्दू एवं कूष्माण्ड तथा द्वितीया तिथि को कटेरी के फल का दान एवं भक्षण दोनों ही त्याज्य बताया गया है। प्रतिपदा तिथि वृद्धि और सिद्धिप्रद तिथि मानी जाती है। इसके स्वामी अग्नि देवता हैं और यह तिथि नन्दा नाम से विख्यात है।

🌷गुप्त नवरात्रि🌷

👉 माघ मास, शुक्ल पक्ष की प्रथम नौ तिथियाँ गुप्त नवरात्रियाँ है जिसकी शुरुआत 12 फरवरी से होने जा रही है l
🙏 एक वर्ष में कुल चार नवरात्रियाँ आती हैं , जिनमे से सामान्यतः दो नवरात्रियो के बारे में आपको पता है ,पर शेष दो गुप्त नवरात्रियाँ हैं l

error: Content is protected !!