
श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्यूज।31 दिसम्बर 2020।भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने किसान कर्जमाफी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अपनी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार पर डालकर मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है कि विधानसभा चुनाव-2018 के दौरान उन्होंने झूठ बोलकर प्रदेश के किसानों को ठगा था।

पूनियां ने कहा कि राहुल गांधी और अशोक गहलोत को किसानों के बारे में कुछ कहने का हक नहीं है। 50 वर्ष से अधिक समय तक बहुत लम्बा समय था, किसानों का कल्याण करते, नौजवानों का करते, देश में बदलाव लाते, लेकिन उन्होंने सिर्फ नारों, भावनाओं की राजनीति की। इस बात का इतिहास गवाह है। पूनियां ने कहा कि मुझे अफसोस हुआ कि मुख्यमंत्री इतना झूठ कैसे बोल सकते हैं। आज तक उन्होंने मेरी बात का जवाब नहीं दिया। इस देश में आपातकाल कौन लेकर आया। इस देश में भ्रष्टाचार के जितने मुद्दे थे विश्व रिकॉर्ड टूटाए उसका जवाब तो कभी नहीं देते। क्यों नहीं उन्होंने स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू की। कांग्रेस के अन्तरराष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने 10 दिन में सम्पूर्ण कर्जामाफी की बात कही थी। आज जो आंदोलन चल रहा है क्या 2019 में उनके घोषणापत्र में कृषि कानून वाली बातें नहीं हैं।

पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने एक लम्बा-चौड़ा पत्र प्रधानमंत्री मोदी के नाम लिखा, मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री इतने कमजोर हो गए कि अब वो चिट्ठियों का सहारा लेने लग गए। सम्पूर्ण कर्जामाफी की बात को गोल-माल करने के लिए वो यह कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख दी कि राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्जा माफ किया जाए। इसका मतलब साफ है कि गहलोत ने प्रदेश के किसानों के वोट बटोरने के लिए सम्पूर्ण कर्जमाफी का झूठा वादा किया था और आज वो भाजपा पर तोहमत लगाते हैं।










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