श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्यूज़ 30 अप्रैल 2024
आजकल लोगों को मिलावटी की पहचान कर पाना बेहद मुश्किल होता है। खासकर, खाने-पीने की समानों को पहचान कर पाना बेहद मुश्किल होता है। मसालों से लेकर तेल में भी मिलावट होने लगी है। मिलावटी चीजों का इस्तेमाल सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। इसकी वजह से गैस, एसिडिटी आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आज हम बात करेंगे किचन में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सरसों तेल के बारे में। इसका उपयोग खाने से लेकर शरीर के दर्द से बचाव के लिए किया जाता है। लेकिन अगर आप असली तेल की जगह मिलावटी सरसों तेल का सेवन करते हैं तो ये आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे टिप्स और ट्रिक्स जिन्हें अपनाकर सरसों तेल की शुद्धता की पहचान आप आसानी से कर सकते हैं।
ऐसे करें पहचान
गंध से करें पहचान: सरसों तेल की शुद्धता की असली पहचान खूशबू है। असली सरसों तेल की गंध बहुत तेज होती है, इसके स्मेल करते ही नाक में हल्की जलन महसूस होने लगती है। अगर यह गंध हल्की हो तो समझ लीजिए कि तेल मिलावटी है। आप इस सुगंध से आसानी से इसकी शुद्धता की पहचान कर सकते हैं।
फ्रिज में रखें तेल: अगर आप जानना चाहते हैं तेल शुद्ध है या नहीं तो इसके लिए सबसे पहले किसी एक कटोरी में तेल को डालकर फ्रिज में रख दें। फिर कुछ देर बाद इसे निकाल दें। अगर यह तेल जम जाए तो इसका मतलब तेल में किसी तरह की मिलावट की गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि शुद्ध सरसों तेल कभी जमता नहीं।
हथेलियों पर रगड़ें: तेल में मिलावट की पहचान आप हाथों पर रगड़कर भी कर सकते हैं। तेल की कुछ बूंदे लेकर हथेलियों पर रगड़ें। अगर तेल से रंग छूटे तो इसका मतलब तेल में मिलावट है
रंग से पहचानें: शुद्ध सरसों का तेल काफी गहरे रंग का होता है। अगर इसका रंग हल्का पीला नजर आए तो समझ जाएं इसमें मिलावट की गई है।










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