श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्युज 11 सितंबर 2023
नागौर से पूर्व सांसद और दिग्गज नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती ज्योति मिर्धा भाजपा में शामिल हो गई है. सालों पहले ज्योति के चाचा ने भानु प्रकाश मिर्धा ने भी ऐसा ही किया था. भानु प्रकाश मिर्धा नागौर से बीजेपी के सांसद रह चुके थे. तब भानु प्रकाश मिर्धा को भैरों सिंह शेखावत बीजेपी में लाए थे. अचानक से लाकर नागौर से चुनाव लड़वा दिया था. पिछले लोकसभा चुनाव में ज्योति मिर्धा को हनुमान बेनीवाल ने चुनाव हराया था. तब बीजेपी ने बेनीवाल के लिए नागौर सीट छोड़ी थी. RLP के हनुमान बेनीवाल ने ज्योति मिर्धा को चुनाव हरा दिया था. वहीं ज्योति मिर्धा के बीजेपी में आगमन के साइड इफैक्ट्स भी देखने को मिलेंगे! अब बीजेपी-RLP कभी भी एक पटरी पर नहीं आएगी. हनुमान बेनीवाल की बीजेपी से परमानेंट दूरियां हो जाएगी. नागौर की राजनीति में बेनीवाल और ज्योति मिर्धा के बीच तल्ख रिश्ते है. जब चुनाव एक दूसरे के सामने लड़ा तब भी तल्ख बयानबाजी का दौर दिखा था. ज्योति के साथ ही उनके खास सिपहसालार सवाई सिंह भी बीजेपी में शामिल हो गए.
नागौर की राजनीति अब पूरी तरह बदली हुई नजर आएगी:
आपको बता दें कि खींवसर विधानसभआ चुनाव में हनुमान बेनीवाल ने सवाई सिंह को चुनाव हराया था. ऐसे में किसान आधारित नागौर की राजनीति अब पूरी तरह बदली हुई नजर आएगी. हालांकि सवाल यह खड़ा हो रहा है कि ज्योति मिर्धा के रिश्तेदार अब क्या स्टेप लेंगे ? ज्योति के रिश्तेदार कांग्रेस के दिग्दज रिछपाल मिर्धा और उनके विधायक पुत्र विजयपाल हैं. हालांकि इनके और ज्योति मिर्धा के बीच रिश्ते अच्छे नहीं है.
RLP और कांग्रेस के बीच समझौते के आसार नजर आ सकते:
वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद RLP और कांग्रेस के बीच समझौते के आसार नजर आ सकते हैं. नाथूराम मिर्धा की विरासत के नाते ज्योति ने पहला चुनाव जीता था हालांकि दूसरे व तीसरे चुनाव में वो कामयाब नहीं पाई थी. ऐसे में अब कयास ये लगाया जा रहा है कि ज्योति मिर्धा खींवसर से विधानसभआ चुनाव में उतर सकती है.










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