श्रीडूंगरगढ़ लाइव न्युज 23 जुलाई 2023। राजस्थान में कुछ महीनों बाद विधानसभा के चुनाव हैं। विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव की हलचल अभी से दिखने लगी है। पर श्रीडूंगरगढ़ के मतदाता को अब तक नहीं पता है कि वह किसको विधायक बनाएगा।
वर्तमान विधायक ने गत चुनावों में अपनी संघर्षशील छवि के कारण जीतने का एक रिकार्ड बनाया था। एक चुनाव में दस बीस करोड़ रुपये खर्च हो जाना आम बात है। पर पूर्व चुनाव में विधायक को दस पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ा था। लोगों ने उत्साह के साथ चुनाव लड़ाया तथा जिताया। फिर भी इस बार उनके लिए राह पिछली बार जैसी आसान नहीं है। इस बार वे बिना पैसे खर्च किए चुनाव नहीं लड़ सकते। चुनाव के लिए जो संसाधन अन्य उम्मीद्वार काम में लेंगे, उन्हें भी वैसा ही करना पड़ेगा।
कांगेस यहां लगभग सिमटी हुई सी नजर आती है। लगातार दो बार हारे हुए पूर्व विधायक अपने आपको टिकिट के दावेदार मानते हैं और कोई नियम ऐसा आ जाए कि लगातार दो बार हारे हुए को टिकिट नहीं दी जाएगी, ऐसी स्थिति में वे अपने सुपुत्र को मैदान में उतारने के लिए प्रयास करेंगे, लेकिन डूडी की चली तो पिता पुत्र दोनों ही टिकिट से वंचित रह जाएंगे और टिकिट किसी तीसरे को मिल जाएगी। वैसे दो बार हारे पूर्व विधायक अभी चुनावी मोड में आए भी नहीं हैं। शहर में तो वैसे भी उनकी कोई पकड़ नहीं है और शहर को जगाने में उनकी कोई दिलचस्पी भी नहीं रही है।
दरअसल यहां चुनावी मोड पर बीजेपी एक ही खुलकर सामने आई है और वह तरह-तरह के उपक्रमों को अपनाने को बेताब है। लड़की प्रकरण को भी वह ऑवर एक्टिंग के साथ अपना चुकी किन्तु वह उल्टा गले की हड्डी बन गया। हालांकि बीजेपी मे टिकिट के उम्मीदवारों की लम्बी लाइन लगी हुई लेकिन हकीकत य़ह है कि क्या ये बीजेपी की सीट निकाल सकते है या फिर राह मे रोड़ा बनना चाहते । बीजेपी के पूर्व उम्मीदवार अपनी साफ सुधरी छवी जनता मे बरकरार रखना चाहते है हालाकि किसके सर पर सजेगा जीत का ताज यह तो भविष्य के गर्भ मे छुपा है श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र की जनता इस बार के चुनाव को बहुत कुतूहल से देखेगी। चुनाव के अंतिम दिनों में ही किसी तरह का मन बना पाएगी।










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